शुक्रवार, 16 मई 2014

चुनौती

इस बार के चुनाव मे भा०ज०पा० को सभी धर्म निरपेछ पार्टियों के एक सूत्रीय नारे ’ मोदी हत्यारा है देश गर्त मे चला जायेगा ’ और राहुल गाँधी के जम्मू मे दिये गये ब्यान कि देश मे २२००० नर संहार होगा" के बावज़ूद प्रचण्ड बहुमत से भारतीय जनता पार्टी को समर्थन देना इस बात को सिद्ध करता है कि अब वो दिन लद गये जब धर्म निर्पेछ का ढोल पीट कर कोई वंश या दल शासन करता रहे ! इस चुनाव मे उन सभी दलों ने मुँह की खाई जो अल्प संख्य्कों का हिमायती बन कर धर्म के नाम पर समाज का विग्रह कर रहे थे ,चाहे वो मुल्ला मुलायम हो या नेहरू-गाँधी परिवार ! अब वंश्वाद की धपली के जगह विकास, सुशाअसन के लिये भारत के सभी धर्म और जातियाँ संघर्ष के लिये तत्त्पर है! हर्ष का विष्य है कि मुलायम ,बहिन मायावती, काँग्रेस तथा जनतादल यूनाइटेड सभी को मुस्लिम समुदाय ने अपने मन माफ़िक वोट दिये ! न मुल्लाजी के कहने पर न शाही इमाम के कहने पर,अर्थात देश के विकास के नाम पोअर जिस दल को ६७ वर्षों से अछूत बनाकर रख दिया गया था वही वास्तविक रूप से धर्म निर्पेछ स्वीकार किया गया ! सभी धर्म और सम्प्रदाय के लोग बधाई के पात्र है कि उन्होने संविधान की आत्मा को जीवित रखने के लिये एक राष्ट्र्वाद की भावना का परिचय उसी प्रकार से दिया जिस प्रकार से युद्ध के समय करते है ! हाँ अब भा०ज०पा० को कम्ज़ोर करने के लिये यह दल धार्मिक उन्माद भड्काने का कार्य ना कर सकें इसकी चुनौती से निपटने के लिये प्रशासन को सख्त् कदम उठाने के तैय्यार रहना पडेगा !
बोधि्सत्व कस्तूरिया २०२ नीरव निकुँज सिकन्दरा आगरा २८२००७

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