अमेरिकी समाचार पत्र न्यूयार्क टाइम्स में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के 7,000 से 11,000 तक सैनिक पाक अधिकृत कश्मीर के गिलगित और बाल्टिस्तान क्षेत्र में मौजूद हैं। चिंतन का विषय यह है कि भारतीय सरकार तुष्टि करण की राजनीति से ऊपर उठकर कब देश की अस्मिता और संप्रभुता के बारे में सोचेगी ?चीन के आर्थिक आक्रमण को कुटीर उद्योग झेल रहा है !हर चीनी सस्ता उत्पाद जूते,चप्पल,खिलोने,से लेकर इलैक्त्रौनिक्स तक वो अपनी पकड़ बना चुका है और भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ स्माल स्केल पर प्रहार कर चुका है ! हमें पता है कि उसने हिंद महासागर में सैनिक अड्डे भी कायम कर लिए है और भारत हर ओर से असुरक्चित है !परन्तु इस विषय में कोइ भी राजनैतिक दल सरकार से श्वेत -पत्र सदन में पेश करने की मांग क्यों नहीं कर रही है? इसे अभियान बनाकर हमे जन जाग्रति करनी होगी !
बोधिसत्व कस्तूरिया २०२ नीरव निकुंजं सिकंदरा आगरा 282007
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