रविवार, 13 जनवरी 2013

कब तक भारत मे घुस कर क्रिकेटर और सैनिक भारतीयॊ को पीटते रहेंगे


२६/११ का मास्टर माइन्ड हफ़ीज़ सईद को जिस तरह से पाकिस्तान सरकार की शै मिली हुई है कि वो बार्डर पर आकर पाकिस्तानी सैनिकों के बीच भडकाऊ भाषण देता है और दो दिन बाद १० घुस पैठिये कुहरे की आड मे पुन्छ सैक्टर से सरहद पार कर आते है और भारतीय सैनिकों को न केवल मार डालते है ,बल्कि उन मे से एक शहीद हेम राज का सर काट कर ले जाते है!मथुरा जनपद मे उसके शव की अन्त्येष्टि अर्ध रात्रि मे ही सरकारी दबाब मे बिन किसी बडे अधिकारी / मत्री के कर दी जाती है कि कही जनता ,बिना सिर के शहीद को देख भडक न जाये ! बदले मे भारत सरकार पाकिस्तानी उच्चायुक्त को बुला कर कडा विरोध प्रदर्शित करती है और वो तुरन्त मीडिया को बुला कर पाकिस्तान की इस हरकत की पैरवी करते हुये कहते है कि किसी अन्तराष्ट्रीय एजेन्सी से इस्की तफ़्तीश करवा ली जाये ! ताकि यह एक अन्तर्राष्ट्रीय मुद्दा बन कर संयुक्त राष्ट्र संघ तक चला जाय! दूसरे ही दिन पाकिस्तान सरकार भारतीय उच्चायुक्त को बुला कर यह कहती है कि "भारतीय जवानो ने पुन्छ सैक्टर मे गोली बारी की और उनका एक जवान शहीद हो गया है"  इस घटना की अन्तराषट्रीय समुदाय ने तीव्र भर्त्सना की और हेम्राज के परिवारी जन आज भी उस सिर के लिये भूख हडताल पर बैठे  हुये है ,परन्तु भारत सरकार ने विपछ की माँग कि " भारतीय राजदूत को कठोर कदम उठाते हुये  तुरन्त बुला लीजिये"सिरे से नकार दिया ! आखिर पाकिस्तान कब तक भारत मे घुस कर क्रिकेटर और सैनिक भारतीयॊ को पीटते रहेंगे और हम गाँधीवादी बने अगले आक्र्मण का इन्तज़ार करेगे और कारगिल की तरह हज़ारो हैक्टेयर भूमि छोडते रहेंगे ?
बोधिसत्व कस्तूरिया २०२ नीरव निकुन्ज सिकन्दरा आगरा २८२००७

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें