मंगलवार, 4 मार्च 2014

औसत आमदनी



सहारा के मालिक सुब्रत राय ने ३६ साल पहले १५०० रु० से कारोबार शुरू किया और धोखा धडी कर १५००००० करोड की सम्पदा अर्जित की आसाराम बापू, राम देव बाबा,सत्य साई बाबा,मुकेश ,अनिल अम्बानी ने करोडों की सम्पत्ति अर्ज़ित कर ली पर ३०-३५ साल बाद भी एक किसान ,एक ईमान्दार बाबू क्या इतना कर सकते है?फ़िर सरकार इन नासूरों को क्यों पनपने देती है? क्या आप जानते कि जब इन्की काली क्माई, गरीब की सच्ची क्माई जोड कर सरकार एक भारतीय की औसत कमाई दिखाती है तो उसका असर उसकी कार्य कुशलता प्रदर्शित करता है !जब कि इसका दूसरा पछ सरकार की प्रशासनिक छमता पर प्रश्न चिन्ह लगा देता है !चिन्तन का विष्य यह है कि औसत आमदनी निकालने का यह फ़ार्मूला कितना बेमानी और गलत है!देश के १२७ अरब पति हमारे इस भ्रम को पालते है कि हम सम्रद्ध हो चुके है !
बोधिसत्व कस्तूरिया २९२ नीरव निकुज सिकन्दरा आगरा २८२००७

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