जब धरती दोल उठी जापान की ,है यह कहानी इस इंसान की !तिल-तिल कर वो स्वप्न सजाता है ,कुछ खोता है ,कुछ पा जाता है!वर्षों की मेहनत पर वो ऊपरवाला ,पल भर में ही पलीता लगाता है !
जब धरती दोल उठी जापान की ,
जवाब देंहटाएंहै यह कहानी इस इंसान की !
तिल-तिल कर वो स्वप्न सजाता है ,
कुछ खोता है ,कुछ पा जाता है!
वर्षों की मेहनत पर वो ऊपरवाला ,
पल भर में ही पलीता लगाता है !